बस्ती जिले के जो दैनिक मजदूर हैं ।उनके लिए इस महामारी में काफी कठिनाइयों का सामना है। जब हमारी टीम गांव गांव में जा जाकर दैनिक मजदूरों से बात की तो पता चला। कि शासन के द्वारा तो कहा जा चुका है ।कि दैनिक मजदूरों को इस महामारी में पर मंथ भत्ता दिया जाएगा। और खाने के लिए राशन और सब्जी की व्यवस्था घर-घर कराई जाएगी। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बस्ती जिले की आज इस घड़ी में जब पूरा देश महामारी से जूझ रहा है ।तब हमारे देश के मजदूर के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना है। और दैनिक मजदूरों का लॉक डाउन के वजह से कहीं पर काम भी नहीं कर पा रहे हैं। ना ही उनके पास कहीं से पैसा आने का स्रोत है। ना ही उनके पास बैंक बैलेंस है। आखिर मजदूर करे तो क्या करें ना ही इन पर शासन की निगाह पड़ रही है। ना प्रशासन की निगाह पड़ रही है। इसी सिलसिले को ले करके जब हमारी बात बस्ती जिले के भानपुर तहसील के ग्राम बरडाड नानकार के दैनिक मजदूर राम बहाल गौतम से बात हुई तो उसने बताया कि सरकार के द्वारा बड़ी-बड़ी बातें तो की गई है। लेकिन अभी तक हम लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनी है। और सबसे बड़ी दिक्कत हो या सामने आ रही है। जब हम किसी प्रकार से सड़क पर सब्जी लेने के लिए या किराना से संबंधित सामान लेने के लिए सड़क पर पहुंचते हैं। तो पुलिस के माध्यम से हम लोगों को वापस भेज दिया जा रहा है। ना ही गांव में कोई सब्जी वाला आ रहा है। सरकार के द्वारा परचून लिस्ट के माध्यम से जब फोन लगाकर के दुकानदार से कहा जा रहा है ।कि हमारे घर आप सामान भेज दीजिए तो सामान भी नहीं आ रहा है ।वह दुकानदार कह रहा है। कि मैं कहां-कहां पर किसके पास सामान भिजवा पाऊंगा आप लोगों से हमारा अनुरोध है। कि आप लोग दुकान पर किसी प्रकार से आकर के खाद्यान्न का सामान लेकर के जाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील के बाद कहीं पर भी हम लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ना ही बाहर जा रहे हैं इसमें हम कैसे जीवित रहे शासन प्रशासन तो सिर्फ अपने ऑफिसों में बैठकर कार्य कर रहे है। और हम लोगों को बार-बार या हिदायत दे रहा है। कि आप लोग अपने घरों से बाहर ना निकले
बस्ती से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट
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