बस्ती = लालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सजना खोर का रहने वाले राजीव कुमार सोनकर और पत्नी संगीता सोनकर गरीबी की हालत में अपने बच्चे का लालन-पालन किसी तरह कर रहे थे लेकिन आज के जमाने में मोबाइल बच्चों के भी दिमाग में घर कर गया है पढ़ाई लिखाई से ज्यादा बच्चे मोबाइल पर ध्यान देते हैं इसी मोबाइल के ज़िद ने अभय सोनकर जिसकी उम्र 9 वर्ष थी मोबाइल की वजह से बच्चा फांसी लगा लिया लालगंज थाना क्षेत्र के बनकटी कस्बे के पश्चिम तरफ सड़क के किनारे छप्पर के मकान में रहता है यह परिवार संगीता देवी बच्चे की मां है जो कि ब्यूटी पार्लर का काम करती हैं पिता सब्जी की दुकान लगाते हैं लेकिन जान से प्यारा दुलार इकलौता बच्चा होने के कारण ज़िद्दी था अभय बुधवार की सुबह 8:00 बजे अभय अपने पिता से मोबाइल के लिए जिद करने लगा मुझे मोबाइल चाहिए लेकिन मां-बाप ने जब मोबाइल नहीं खरीद कर दिए तो घर में सुनसान देखकर अभय साड़ी के फंदे से मुड़ेर में ही झूल गया लगभग 11:00 बजे माता पिता जब वापस आए घर पर बच्चे को फांसी के फंदे से झूलता देख चीखने चिल्लाने लगे क्योंकि अभय इकलौता पुत्र था परिजन आनन-फानन में लेकर जिला अस्पताल भागे जहां पर डॉक्टरों ने अभय को मृत घोषित कर दिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पोस्टमार्टम हाउस के पैनल डॉक्टर ने जैसे ही बच्चों को छुआ डॉ कहने लगे कि बच्चे में कुछ हलचल है यह जानकारी डॉक्टर ने तुरंत परिजनों को दी परिजन वापस जिला अस्पताल लेकर भागे जिला अस्पताल लाने के बाद डॉक्टरों की टीम ने दोबारा बच्चे को मृत घोषित कर दिया इस पूरे घटना के बाद मृतक बच्चे के परिजन दोबारा पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर रहे थे जिसके चलते हैं जिला अस्पताल में काफी बड़ा हंगामा हुआ कोतवाली थाने की पुलिस आई किसी तरह लोगों को शांत कराया और वापस पोस्टमार्टम कराकर मृतक बच्चे का शव लेकर गए
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने शुरुआत में ही लापरवाही बरती इसी के चलते काफी हंगामा हुआ जिला अस्पताल बस्ती में
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