आलोक शुक्ल
2020 का साल अविश्वसनीय साल रहा है. इस साल जो कुछ भी हुआ, उसकी किसी ने सपने में भी कल्पना नहीं की थी. चाइना से निकाले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया. पूरी दुनिया में इसके नाते महीनों तक लॉकडाउन करना पड़ा. सब कुछ बंद. केवल अतिमहत्वपूर्ण सेवाएँ ही चल सकी. अपने देश में भी कई चरणों तक लॉकडाउन लगता रहा. सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाया. उसके बाद 21 दिनों का पहला लॉकडाउन रहा. उसके बाद लॉकडाउन बढ़ता ही चला गया. वैसे कई लोगों ने शुरू-शुरू में दावे किये थे कि भारत में कोरोना वायरस से करोड़ो लोगों की मृत्यु होगी. पर इन विशेषज्ञों के सारे दावे हवाई ही सिद्ध हुए. इतनी विशाल जनसंख्या और आधारभूत ढाचे में इतनी कमियों के बाद भी भारत का प्रदर्शन संतोषजनक है. इस संतोषजनक प्रदर्शन के लिए हमारे डॉक्टर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, पुलिस-प्रशासन और सरकार बधाई के योग्य है.
ऐसे में 2021 से सभी को यही उम्मीद है कि इस साल पूरी दुनिया को इस कोरोना वायरस से छुटकारा मिलेगा. इस समय कोरोना वायरस का एक नया रूप भी सामने आ रहा है. ऐसे में कोई भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है. जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में हमारी और आपकी सतर्कता हीे सबसे बड़ा हथियार है. 2020 के अनुभव हमें बेहतर उम्मीद रखने से भले ही रोक रहे हो, पर हमें सदैव बेहतर की ही उम्मीद करनी चाहिए. उम्मीद है कि 2021 में कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी और सभी के लिए ये नया साल मंगलमय हो. सभी को मेरी तरफ से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ....
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