गुलशन कुमार चौहान - एडवोकेट - बस्ती
आज भी समाज काफी पिछड़ा हुआ दिख रहा है यहां लोग दारू और साड़ी पाने के लिए अपना कीमती वोट अपने विपक्षी को दे देते हैं लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती है कि वह कितना आत्मघाती कदम उठा रहे हैं आज का समाज पढ़ा-लिखा समाज होकर भी गलतियां कर रहा है आप अपना कीमती वोट पढ़े लिखे लोगों को दें जो आपकी सेवा और आपकी मदद कर सके चंद पैसों दारू और साड़ी के चक्कर में अपना कीमती वोट बर्बाद ना करें
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