आलोक शुक्ल - लखनऊ
बस्ती, महिला चिकित्सालय आज भी अपने भाग्य पर रो रहा है एक हल्की सी बरसात में बाहर मुख्य मार्ग से लेकर, प्राइवेट वार्ड , जनरल वार्ड, इमर्जेंसी से लेकर ओ टी तक पूरा का पूरा जलमग्न हो जाता है न जाने क्यों व्यवस्था में परिवर्तन हो नहीं हो पा रहा है, समझ में नहीं आता है कि जनता एवं चिकित्सालय के कर्मचारियों को कब तक इस प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा
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