नीरज पाण्डेय, बस्ती
बस्ती जिले के नगर थाना क्षेत्र के बक्सर गांव निवासी रामफल पुत्र बिरजू जो कि अनुसूचित जाति का निवासी है उसने जिला चिकित्सालय बस्ती के इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक की लापरवाही एवं समय पर ऑक्सीजन न दिए जाने के कारण अपनी पत्नी की मृत्यु हुई है बताते हुए कहते हैंकि 25 अप्रैल 2021 को उनकी पत्नी शकुंतला देवी की तबीयत खराब हुई और वह उन्हें लेकर बस्ती जिला चिकित्सालय गए जहां उनकी पत्नी को बड़ी मशक्कत के बाद भर्ती लिया गया उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया गया और दो सुई लगाई गई उसके बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी ऑक्सीजन की मांग करने पर उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं कराया गया और उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई। वहां पर उपस्थित चिकित्सक उन्हें देखने तक नहीं आए इससे अस्पष्ट है कि चिकित्सक की लापरवाही से उनकी पत्नी की मृत्यु हुई है और चिकित्सक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराने के लिए उसने प्रार्थना पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी बस्ती , पुलिस अधीक्षक बस्ती, जिला अधिकारी बस्ती, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग लखनऊ तक पहुंचा चुका है फिर भी कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई। उत्तर प्रदेश सरकार जोकि अपने आप को गरीबों और दलितों का मसीहा कहती है उसकी सरकार में गरीब और दलित को न्याय के लिए इस तरहपरेशान होना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार से न्याय की गुहार करते हुए जांच कराकर उचित कार्यवाही की मांग की है।
Comments
Post a Comment