नीरज कुमार पांडे
जिला संवाददाता बस्ती
ऐसे में आप कहीं भी चाय की दुकान पर बैठे लोगों से नतीजों की बात करें तो आप पाते हैं कि यह लोग किसी न किसी प्रत्याशी को अपने आंकड़ों के द्वारा जीता हुआ बताते हैं । लोग मंथन कर रहे हैं।
कुछ लोग जहां भाजपा सरकार को पुनः सरकार बनाने की बात करते हैं तो कुछ लोग सपा सरकार के आने का दावा कर रहे हैं। वहीं बसपा और कांग्रेस भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
राजनीतिक पंडित जातीय समीकरण और मुद्दों को बता कर विभिन्न पार्टियों की विभिन्न सीटों पर जीत करार दे रहे है।
उत्तर प्रदेश का चुनाव जोकि सभी प्रदेशों में सबसे महत्वपूर्ण चुनाव माना जाता है और यह सात चरणों में हुआ। देखने वाली बातें होगी कि इस सात चरणों वाले चक्रव्यूह को जीत कर कौन अपना झंडा फहराता है और कौन चक्रव्यूह में फंसता है,और कौन साबित होता है तुरुप का पत्ता। अब सबकी निगाहें 10 तारीख के परिणाम पर है। एग्जिट पोल आ गए है एग्जिट पोल से सरकारी नहीं बनती बल्कि जनता के मतों से बनती हैं । एग्जिट पोल कई बार गलत भी सिद्ध हुए है ।फिर भी लोगों को 10 तारीख के परिणाम का बेसब्री से इंतजार है क्योंकि एग्जिट पोल को परिणाम नहीं माना जा सकता।
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