आलोक शुक्ल-लखनऊ
लखनऊ, 2 जून। जिला कारागार लखनऊ में पिछले तीन दिनों से चल रहे योग विज्ञान शिविर का आज विधिवत समापन हो गया। जेल में निरुद्ध 70 से अधिक बंदियों ने योगाभ्यास में भागीदारी की। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद भाग्योदय फाउंडेशन के अध्यक्ष व संस्थापक आचार्य राम महेश मिश्र ने आयोजकों व जेल प्रशासन को ऑनलाइन बधाई दी और बन्दियों को अपनी शुभकामनाएं कहीं।
आज योगाभ्यास शुरू करने से पहले दीया लखनऊ एवं प्रयाग आरोग्यम केन्द्र के माध्यम से जेलर योगेश कुमार को योग व स्वास्थ्य सम्बन्धी पुस्तकें बड़ी संख्या में भेंट की गयीं। जिला कारापाल ने ये पुस्तकें जेल लाइब्रेरी में रखने की अनुमति प्रदान की, जिससे बंदी अपनी रुचि के अनुसार उन्हें पढ़कर समय का सदुपयोग कर सकेंगे। प्रयाग आरोग्य केंद्र संस्थान के द्वारा शांतिकुंज हरिद्वार की योग पुस्तिका *चिकित्सा संदर्शिका* भी कैदियों में वितरित की गई।
आज के योगाभ्यास की शुरुआत योग के नियम एवं फायदे बताते हुए सूर्य नमस्कार एवं आचार्य श्रीराम शर्मा द्वारा प्रणीत 'प्रज्ञा-योग' से की गई। योग विज्ञानी प्रशान्त शुक्ल ने कहा कि इससे बंदियों के शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक स्तर में बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने सभी योग आसनों की महत्ता बताते हुये योग और व्यायाम का अन्तर समझाया। योगाभ्यास के बाद बंदियों ने खुद को काफी शान्त एवं हल्का महसूस किया।
योग अभ्यास के अंत में प्रश्नोत्तर माला के अंतर्गत प्रतिभागियों ने अपने प्रश्नों के समाधान प्राप्त किये। योग शिक्षक सूरज राय ने संगीत एवं व्याख्यान के माध्यम से अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार एवं युगऋषि श्रीराम शर्मा आचार्य के द्वारा जितने भी कार्य समाज में हो रहे हैं, के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। ज्ञातव्य है कि गुरुवार को आचार्य श्रीराम शर्मा का निर्वाण दिवस भी था।
इस अवसर पर संगीत की प्रस्तुति भी की गई। सभी बंदी प्रतिभागियों को 'नशा न करना' गीत के माध्यम से नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया। अनेक प्रतिभागियों ने नशा छोड़ने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर आईटी एक्सपर्ट एवं हिपस्टर कंपनी के प्रमुख संचालक ई.अनुपम मौर्य ने बताया कि जिला कारागार में विभिन्न प्रकार की योजनाएं बन्दियों और जेल स्टाफ के समग्र स्वास्थ्य के लिए चलाई जाती रहेंगी। श्री मौर्य ने कहा कि गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिकाएं भी सभी बंदियों को उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनके लेखन से उन्हें एकाग्रता और शान्ति प्राप्त हो सकेगी। बताया कि राजधानी लखनऊ की योग साधिका सुश्री सुजाता के आर्थिक सहयोग से यह सेवा कार्य किया जाएगा।
जेल बंदियों ने जोरदार तालियों के साथ इन भाग्योदय घोषणाओं का स्वागत किया। बंदियों ने भविष्य के सभी कार्यक्रमों में पूर्ण अनुशासन के साथ सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भाग्योदय फाउंडेशन, प्रयाग आरोग्यम केंद्र एवं दिया लखनऊ के माध्यम से कारागार में चलाए जा रहे कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी हैं।
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