रिपोर्ट - एस. एन. पांडेय- गोंडा
ग्रमीण बैंक के राष्ट्रीय परिदृश्य के अनुसार 43 RRB जो कि 702 जिलों में कार्यरत है जो कि देश के अंदर अपनी बैंकिंग सेवाओं को प्रदान करने का 48 वर्ष का सफर पूर्ण करने की ओर अग्रसर है और आज देश के अंदर 12 राष्ट्रीयकृत बैंक एवम 21 विभिन्न निजी बैंकों के सुविधाजनक एवम आधुनिक टेक्नोलॉजी से युक्त सेवायो को अपने सीमित संसाधनों एवम मानवीय संवेदनाओं से युक्त व्यवहार के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा प्रदान करते हुए देश की 6वी सरकारी वित्तीय संस्था ₹10 लाख करोड़ का कुल व्यवसाय, 42 करोड़ ग्राहकों के साथ सबसे बड़ी वित्तीय संस्था, 22000 से अधिक शाखायो वाली ग्रामीण भारत की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था के रूप में स्थापित हो चुकी है।
उपरोक्त संस्था के इन भागीरथी प्रयासों के परिणाम को मूर्तिरूप देने वाले तपस्वियों को ही अरेबियन के नाम से भी जाना जाता है जो कि सभी 43 RRB में अपनी जीवंत उपस्थित प्रदान करते हुए एक राज्य एक ग्रामीण के तहत भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना के लिए संघर्ष कर रहे है। वर्तमान संघर्ष में नई भर्ती मित्रा कमेटी अनुसार, प्रमोशन नीति बैंकिंग उधोग के समान, चेयरमैन की नियुक्ति खुले बाजार से, चेयरमैन के अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति में आये प्रवर्तक बैंक के अधिकारियों की वापसी एवम मध्य प्रबंधन में ग्रामीण बैंक के अधिकारियों की पूर्ण भागीदारी, दैनिक वेतन पर दो दशक से भी ज्यादा समय से कार्य कर रहे अस्थाई स्टाफ का नियमतिकरण, सफाई कर्मचारियों की सेवा शर्तों में सुधार, नई पेंशन योजना की वापसी, ओल्ड पेंशन स्कीम से वंचित किये गए 30000 से ज्यादा स्टाफ को बैंकिंग पेंशन स्कीम से जोड़ना, पेंशन स्कीम की पात्रता वर्ष 1993 से, कंप्यूटर वेतन वृद्धि को दिया जाना, ग्रेच्यूटी गड़ना में मूल वेतन के साथ महंगाई भत्ते को जोड़ना, समानता के सिद्धांत का पूर्ण पालन एवम IPO के माध्यम से ग्रामीण बैंकों के भी निजीकरण करने की प्रक्रिया को रोका जाना आदि अन्य प्रभावी मुद्दे है। जिनको सेवानिवृत्त फोरम NFRRRBS के 25000 से ज्यादा सदस्य(ग्रामीण बैंक का सबसे बड़ा सेवानिवृत्त स्टाफ फोरम), अधिकारी वर्ग का फोरम NFRRBO के 38000 से ज्यादा सदस्य (अधिकारियों का सबसे बड़ा संगठन), कर्मचारी वर्ग का फोरम NFRRBE के 35000 से ज्यादा सदस्य (कर्मचारी वर्ग का सबसे बड़ा संगठन) के विशाल कारवां के साथ आगे बढ़ रही है।समस्त ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत्त स्टाफ एवम विशेष रूप से वर्तमान में सेवारत युवा स्टाफ को AIRRBEA से जुड़कर भावी संघर्ष का हिस्सा बनने की अपील की जाती है।
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