नीरज कुमार पाण्डेय जिला संबादाता बस्ती
बस्ती । सहायक संभागीय परिवहन विभाग आर.टी.ओ. कार्यालय में अभिलेखों में फर्जीवाड़ा का सिलसिला आये दिन सामने आता है किन्तु विभागीय स्तर पर ही ऐसे मामलों की लीपापोती कर दी जाती है। ऐसा ही एक मामला मूड़घाट रोड कटरा निवासी महेन्द्र श्रीवास्तव के साथ हुआ। वाहन संख्या यू.पी. 51 ए.टी.-7061 डबल डेकर स्लीपर बस और यू.पी. 51 ए.टी.-6641 डबल डेकर स्लीपर जो अलग-अलग वाहन स्वामियों के हैं ने फर्जी तरीके से आर.टी.ओ. कार्यालय में किरायेदारी का पता दे दिया। दोनों बसों की जब जांच हुई और महेन्द्रश्रीवास्तव के घर पर नोटिस पहुंची तो महेन्द्र श्रीवास्तव के होश उड़ गये कि जब उन्होने किसी को किराये पर रखा ही नहीं तो नोटिस उनके घर पर क्यों आ रही है।
महेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि जानकारी मिलने पर उन्होने आर.टी.ओ. कार्यालय से सम्पर्क कर बताया कि उनके नाम और पते का धोखे के साथ प्रयोग हुआ है, उनका पता हटा दिया जाय। महेन्द्र ने बताया कि विभागीय अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वाहन स्वामी को नोटिस दिया गया है, यदि 15 दिन के भीतर वाहन स्वामी ने स्पष्टीकरण न दिया तो पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा। 8 माह बीत जाने के बावूजद अभी तक पंजीयन निरस्त नहीं किया गया और दोनों बसे विभागीय संरक्षण में चल रही हैं। उन्होने मांग किया कि तत्काल प्रभाव से पंजीयन निरस्त किया जाय और फर्जीवाडा करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जाय।
Comments
Post a Comment