नीरज कुमार पाण्डेय जिला संवादाता बस्ती
बस्ती।ग्रामीण परिवेश में मुगीॅ पालन एक लाभदायक पेशा है। गरीब,मजदूर, बेरोजगार मुगीॅ पालन के जरिए अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं।इस बात की जानकारी डिप्टी सीवीओ रामनगर डॉ बलराम चौरसिया ने खम्हरिया पश्चिम में आयोजित महिला मुगीॅ पालक गोष्ठि में दी। बताया कि मुगीॅ पालन दो उद्देश्य से किया जाता है।पहला मांस उत्पादन के लिए इसे ब्रायलर फार्मिंग एवं दूसरा अंडा उत्पादन जिसे लेयर फार्मिंग के नाम से जाना जाता है। मांस उत्पादन के लिए कानिॅश व असली प्रजाति ठीक होती है। लेयर फार्मिंग के लिए सफेद मुगीॅ यानि व्हाइट लेग हानॅ जो कि तीन सौ अंडा प्रति वर्ष देती हैं।सबसे अच्छी होती है। मांस उत्पादन में सावधानी पूर्वक रख रखाव किया जाए तो चालीस ग्राम का एक दिवसीय चूजा पचास से साठ दिन में चार से पांच किलो संतुलित आहार खपत करके दो से ढाई किलो वजन का हो जाता है।जिसकी विक्री कर लाभ कमाया जा सकता है। मुर्गी का मांस व अंडा दोनों उच्च गुणवत्ता प्रोटीन युक्त होने से इसका सेवन करना मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इस अवसर पर मुर्गी पालन से संबंधित अन्य उपयोगी जानकारी भी दी गई। मौके पर लक्ष्मी,रीता, मालती, पुष्पा,पूनम,पूजा,राम औतारी,व सीमा आदि मौजूद रहीं।
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